संयुक्त रा ष्ट्र क
संयुक्त राष्ट्र की 'लिस्ट ऑफ़ शेम' क्या है:- सा ल 2001 में, संयुक्त रा ष्ट्र सुरक्षा परि षद के प्रस्ता व 1379 में संयुक्त रा ष्ट्र महा सचि व से "संघर्ष में शा मि ल" उन पा र्टि यों (नि र्णय लेने वा ली संस्था ) को चि ह्नि त करने और सूची बद्ध करने के लि ए कहा जो बच्चों को भर्ती करते हैं और उनका इस्तेमा ल करते हैं.हैंतब से, यह सूची संयुक्त रा ष्ट्र महा सचि व की सुरक्षा परि षद की वा र्षि क रि पो र्ट से जुड़ी हुई हो ती है,हैजि समें "सशस्त्र संघर्ष का बच्चों पर प्रभा व के ढर्रे और अपरा धों " की जा नका री हो ती है.
सा ल 1996 में बच्चों और सशस्त्र संघर्ष के लि ए महा सचि व के स्पेशल रि प्रजेंटेटि व की व्यवस्था बना ई गई, जि समें संघर्ष के दौ रा न बच्चों पर असर का आकलन करने के लि ए छह गंभी र अपरा धों को चि ह्नि त कि या गया .
इनमें पां च अपरा ध करने वा ला अपरा धी स्वतः इस सूची में शा मि ल हो जा ता हैः
·भर्ती और बच्चों का इस्तेमा ल
·बच्चों की हत्या और उनकी अपंगता
·बच्चों के ख़ि ला फ़ यौ न हिं सा
·स्कूलों और अस्पता लों पर हमले
·बच्चों का अपहरण
·बच्चों समेत ना गरि कों को मा नवी य सहा यता से दूर रखना .
संयुक्त रा ष्ट्र का कहना है कि "यह चौ थे जि नेवा संधि और इसके अति रि क्त प्रो टो कॉ ल्स के तहत यह प्रति बंधि त है और यह मा नवता के ख़ि ला फ़ अपरा ध या युद्ध अपरा ध के बरा बर हो सकता है."
चर्चा में क्यों ? :- वर्ष 2024 में इसरा इली सेना , हमा स और फ़लस्ती नी इस्ला मि क जि हा द के हथि या रबंद संगठनों को संयुक्त रा ष्ट्र ने 'लि स्ट ऑफ़ शेम' में एक सा थ डा ला है.है